HINDI
हे जीव जरा सांभल , तू शु करी रह्यो छे
छे क्या जवानु तारे , ने क्या जई रह्यो छे...(2)
उत्तम तने जिमडयो , भव साधनाज करवा
एने गुमावे छे तू , साधनोने मिलववा...(2)
रत्नों ने फेकी ने तू , पत्थर विणी रह्यो छे
छे क्या जवानु तारे , ने क्या जई रह्यो छे...(2)
जेने तू माने तारो ,आ भव नो छे आ साथी
शाने करे छे तू राग , शाने करे छे मैत्री...(2)
आत्मा ने भूली ने तू , काया चुकी रह्यो छे
छे क्या जवानु तारे , ने क्या जई रह्यो छे...(2)
शैशम विती गयो छे , यौवन रह्यो छे विती
आवी रह्यो छे घड़पळ, मृत्यु रह्यो छे ताकी...(2)
समय ने तू गुमावी, धन ने लूटी रह्यो छे
छे क्या जवानु तारे , ने क्या जई रह्यो छे...(2)
स्वजन सगा ने मित्रो,सहु ए तने छे व्हाला
स्वार्थ पुरोज थाता, थई जाए छे पराया...(2)
पर ने पोताना करवा,शाने मथी रह्यो छे
छे क्या जवानु तारे , ने क्या जई रह्यो छे...(2)
दर्शन तारो नथी शुद्ध,ने ज्ञान पण छे काचु
व्रत मा घड़ा छे चित्रो,तप ना करे तो जाजू...(2)
पाया विना तू शाने , महल चढ़ी रह्यो छे
छे क्या जवानु तारे , ने क्या जई रह्यो छे...(2)
जिनराज तुजने मल्या, सद्गुरु ने तू पाम्यो
जिनवचनो पर साचु,विश्वास ते छे कर्यु...(2)
आटलु मल्या पछी तू,हवे शु शोधी रह्यो छे
छे क्या जवानु तारे , ने क्या जई रह्यो छे...(2)
हे जीव जरा सांभल , तू शु करी रह्यो छे
छे क्या जवानु तारे , ने क्या जई रह्यो छे...(2)
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