HINDI
बारिश की रिमझिम ने फूल खिलाये है
पर्वो के महाराजा पर्व पर्युषण आये है
खुशबू है हवाओ में,खिली फिजाएं है
खुशबू है हवाओ में,खिली फिजाएं है
पर्वो के महाराजा पर्व पर्युषण आये है
पर्वो के महाराजा पर्व पर्युषण आये है
है अपनी आतम,मैली भवों से
अब शुद्ध करनी है शुभ भावो से
नियम कुछ धरके,तप जप व्रत से
कर्म खपाने है,धर्म के पथ से
ये पावन दुर्लभ दिन,पूण्य ने लाये है
ये पावन दुर्लभ दिन,पूण्य ने लाये है
पर्वो के महाराजा पर्व पर्युषण आये है
पर्वो के महाराजा पर्व पर्युषण आये है
मैत्री का रंग में,उत्सव भक्ति का
उत्तम क्षमा है ,रस्ता मुक्ति का
जिनवाणी सुनके,नौ तत्व समझे
सदगुरु चरणे,समकित प्रगटे
प्रदीप कहे,पर्व ये,सुख बरसाए है
Comments