SAIYAM MARO SHWASH
- Gargi Samanta
- Mar 23, 2020
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HINDI
पर थी थया पराया, अमे स्व ना सगा थया
संसार नो सार समजी, परम ना पथीक थया
आतम थयो उजागर, परमात्मा थवा…
संयम मारो श्वास, संयम प्रभु नो एहसास
काया नो मेल धोवा, केटला भवो कर्या
आतम नो मेल धोवा, गुरु ना चरण मळ्या
गुरु ना वचन थी जाणे, सीध्धी ना द्वार खुल्या
संयम मारो श्वास, संयम प्रभु नो एहसास
दुनिया नी द्रश्टी छूटी, अंतर ना नयन खुल्या
प्रभु ने पामवा हवे, पल पल तरसी रह्या
प्रीत परम नी पामवा, प्रभु ना पगले चाल्या
संयम मारो श्वास, संयम प्रभु नो एहसास
जग मां मारुं न कोइ, ए सत्य ने समजी गया
आ आतम एकज मारो, ए सत्य ने जाणी गया
वीतरागी जेवा बनवा, अमे वैरागी थया
संयम मारो श्वास, संयम प्रभु नो एहसास
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