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Vairagi o vairagi, Hu toh taro thayo raagi Taro thayo raagi, aa jagne bhuli
Vairagi o vairagi, Hu toh taro thayo raagi Taro thayo raagi, aa jagne bhuli
Avo rangayo aaj tara rangma o guru (2) Bijo koi havei rang laage nahi (2)
Avo rangayo aaj tara rang ma o guru (2) Bijo koi havei rang laage nahi (2)
Vairaagi o vairagi hu toh taro thayo raagi, taro thayo raagi aa jagne bhuli...
Avi preeti jagaad taro prem o guru (2) Saachi Preeti jagaad taro prem o guru
Avi preeti jagaad taro prem o guru Koi bija no prem havei faaave nahi (2)
Avo rangayo tara rang ma o guru (2)
Aa duniya shu jaane (2) Che kevo taro prem,
Varsaavyo dhodh maari upar j, loh mathi bani gayo hem (2)
Aapyu vatsalya vaal ni swarth te guru, (2) aavi mithi te huff koi aape nahi, (2)
Te dekhadyo j maarg saache saacho che guru, (3) Lai jaaae param naaj dhaame o guru,
Aangdi jhaalu taari thaak laage nahi. (2)
Hu rangayo guru hu bhinjayo guru hu khovayo guru, odhkhayo guru (2)
Gyaan aape guruDhyaan aape guru Maarg aape guru Raag kaape guru (2)
Rang de tu rang de ha Rang de sa ang mohe (3) Rang de rang de rang de
Rang de tu rang de ha Rang de sa ang mohe (3) Rang de rang de rang de
O tara tirth ma rangaai guru avu mei jaani lidhu
Mara mann ma guru Mara tann ma guru
Mara sur ma guru Rome Rome guru Shwashe shwase guru
Mari padhkhe guru Mari paase guru Mane range guru Ange ange guru
Sada sange guru Sange sange guru Mane range guru Ange ange guru
Sada sange guru Sange sange guru
वैरागी ओ वैरागी, हु तो तारो थायो रागी तारो थायो रागी, आ जगने भूलि
वैरागी ओ वैरागी, हु तो तारो थायो रागी तारो थायो रागी, आ जगने भूलि
आवो रंगायो आज तारा रंगमा ओ गुरु (२) बिजो कोई हवे रंग लागे नही (२)
आवो रंगायो आज तारा रंगमा ओ गुरु (२) बिजो कोई हवे रंग लागे नही (२)
वैरागी ओ वैरागी, हु तो तारो थायो रागी तारो थायो रागी, आ जगने भूलि....
एवी प्रीति जगाड़ तारो प्रेम ओ गुरु (२) सच्ची प्रीति जगाड़ तारो प्रेम ओ गुरु
एवी प्रीति जगाड़ तारो प्रेम ओ गुरु कोई बीजा नो प्रेम हवे फावे नही (२)
आवो रंगायो तारा रंग मा ओ गुरु (२)
आ दुनिया सु जाने (२) छे केवो तारो प्रेम,
वर्सावयो धोध मारी उपर जे, लो माथि बनी गयो हेम (२)
आपयु वतसल्या वाल नी स्वार्थ ते गुरु, (२)
आपयु वतसल्या वाल नी स्वार्थ ते गुरु, (२) आवि मिठी ते हफ कोई आपे नही, (२)
ते देखड्यो जे मार्ग सच्चे सच्चो छे गुरु, (३) लाई जाये परम नाज धामे ओ गुरु,
आंगड़ी झालु तारी थाक लागे नही, (२)
हु रंगायो गुरु हु भिन्जायो गुरु हु खोवायो गुरु, ओढ़खायो गुरु (२)
ज्ञान आपे गुरु ध्यान आपे गुरु मार्ग आपे गुरु राग कापे गुरु (२)
रंग दे तु रंग दे हा रंग दे सा अंग मोहे (३) रंग दे रंग दे रंग दे
रंग दे तु रंग दे हा रंग दे सा अंग मोहे (३) रंग दे रंग दे रंग दे
ओ तारा तीर्थ मा रंगाई गुरु एवू में जानी लीधू
मारा मन मा गुरु मारा तन मा गुरु
मारा सुर मा गुरु रामे रामे गुरु स्वशे श्वश् गुरु
मारी पढ़खे गुरु मारी पासे गुरु मने रंगे गुरु अंगे अंगे गुरु
सदा संगे गुरु संगे संगे गुरु मने रंगे गुरु अंगे अंगे गुरु
सदा संगे गुरु संगे संगे गुरु
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