भक्तिना भावे पुकारुं गुरु
भक्तिना भावे पुकारु गुरु आतमना रंगे रंगावो मने
संयम पंथे हैं चाली शक ए मुक्तिनो मारग बतावो मने
भक्तिना भावे
कायानो एवो में बांध्यो संबंध, हर क्षण करतो हूँ कर्मो ना बंध…
जीवनमां भटकी रह्यो छु गुरु , मोहना वशमां बनीने अंध…
शरणु तारुं बचावे मने पापो करता डरावे मने
संयम पंथे हुँ… ए मुक्तिनो… भक्तिना… गुरु
झाकळना बिंदु आ जीवन नहीं , भटके छे शाने अहीं-ने-तहीं…
जे शांति शोधे आ जगमां कहीं , ते तो मारा अंतर मही
जे नित्य तत्त्व मुझमां रह्यो दर्शन तेना करावो मने
संयम पंथे हूँ… ए मुक्तिनो… भक्तिना… गुरु
गुरुना ज शरणे भ्रमणा टूटी , कायानी थोड़ी ममता छूटी…
तात बनीने ऊगारो गुरु , विनवुंमस्तक चरणे धरी
पंथ परमनुं बतावो मने गुरुना शरणे समावो मने
भक्तिना भावे पुकारुं गुरु आतमना रंगे रंगावो मने
संयम पंथे हूँ चाली शकू ए मुक्तिनो मारग बतावो मने
भक्तिना भावे पुकारुं गुरु आतमना रंगे रंगावो मने
Name of Song : Bhakti naa Bhave Pukaro Guru
Language Of Song : Gujarati
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