एक दीप मिला
एक दीप मिला मुझको ऐसा, जो सूरज से भी रोशन है…
पतझड़ में भी ना मुरझाए, मिल गया मुझे वो मधुबन है…
एक दीप मिला…
आन
सिद्ध शिला के लेखों में, गुरु मेरा भी कहीं नाम लिखा…
ले चले गुरु उस ओर मुझे, जहाँ मुक्ति का पैगाम लिखा… (२)
एहेसास करुं अब यही हर पल, तुझसे कोई रुह का बंधन है,
पतझड़ में भी ना मुरझाए…
मिट गया अंधेरा अंतर का, मुझको ऐसा आलोक मिला…
हुआ जगमग आतम का जहाँ, गुरुदेव ! मुझे ऐसा लोक मिला… (२)
जहाँ बजती है हर ओर सदा, कोई दिल बनी की गुंजन है…
पतझड़ में भी ना मुरझाए…
मेरी परिणती अर्जुन के जैसी, तुझे कृष्ण रुप में पाया है…
बन गए सारथी आतम के, मुक्ति का अर्थ बताया है…
क्या खोज़ रहा इस जगमग में, ये तत्त्व मेरा खुद कंचन है…
पतझड़ में भी ना मुरझाए…
न उपसर्ग से, ना सुख-दु:ख से व्याकुल हो तुझसे नाता है…
आतम से परमात्मा को भला, क्या कोई जुदा कर पाता है
क्या भेट करुं तुझको भगवान, ये जीवन तुझको अर्पण है…
पतझड़ में भी ना मुरझाए… एक दीपक मिला…
Name of Song : Ek Deep Mila
Language of Song : Hindi
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